कानुडो नी जाने म्हारी प्रीत, हो नी जाने कानुडो नी जाने म्हारी प्रीत मैं तो बाल कुंवारी रे , मैं तो अकल कुंवारी रे यो कानुडो नी जाने म्हारी प्रीत मैं तो गई थी जमुना हूं नहाने कानुडा ने खींचा मारो चीर चीर बोलो च र र र र, कानुडो नी जाने... मैं जल जमुना भरने को गई थी कानुडा ने छांट्यो ताड़ो (ठंडो) नीर नीर छांट्यो स र र र र, कानुडो नी जाने... मैं दही बेचन गोकुल गई थी कानुडा ने फोड़ी म्हारी मटकी मटकी फूटी ध र र र र, कानुडो नी जाने...