गुरु दाता म्हारो अबके जन्म सुधारो गुरु दाता म्हारो अबके जन्म सुधारो नहीं भुला में जस थारो, गुरु दाता म्हारो... लख चौरासी में घनो दुख पायो दाता घणो दुख पायो धर- धर पशु अवतारों, धूप शिल में घणा सगा दाता ये दुख परम निवारो, गुरु दाता म्हारो...
राम भजन की राह बताओ दाता राह बताओ ने तोजी भरम अंधारो, आप गोरासा पर उपकारी म्हारो कई अवगण विचारों, गुरु दाता म्हारो... गुरु बिना ज्ञान ध्यान सब फीका ई कोई नेम हजारों, पति बिन काई प्रिया की शोभा काई विधवा रो श्रृंगारो, गुरु दाता म्हारो... बार-बार में करा छा विनती एक आदि सुनो जी विचारों, केवल दास पे कृपा कर जो सिर पे पंजो धारो, गुरु दाता म्हारो... माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर, कर का मनका डार दे, मन का मनका फेर।