शहर में जूना जोशी आया शहर में जूना जोशी आया, शहर में जूना जोगी आया। शहर में बाजे सिंगी ढोल, नगर में रमता रावल आया।। कण घर आता कण घर जाता कण घर फेरी देता। कणि महल में भजन उभरियो, कणि देश रमजाता।। अगम दिशा से आई मन पवना, पिछम धरा में जासी। बंकी नाल में भजन उभरियो, रणो कार रमजासी।। ज्यांरी परख करे कोई बिरला सन्मुख दर्शन पाया। कहे मछन्दर सुण जति गोरख अगम संदेशा लाया।।