जां दिन संत मिले सोहि दिन लेखे है जा दिन संत मिले सो ही दिन लेखे है, संता रे चरण कमल री महिमा है, हेली म्हासुं वरणी न जाय।। सो ही दिन... हरि ही संत है संतो रे मांय हरि है जी, हरि संतो अन्तर नाय ।। सो ही दिन.... जल की तरंग जल ही सु उपजे है, पुनि जल मांहि समाय ।। सो ही दिन... ब्रह्मा विष्णु महेश साधो संग है, पाछे पाछे जाय, लारे लारे जाय ।। सो ही दिन... दास गुलाब संतो री शरण में है, नीच परम पद जाय ।। सो हि दिन...