मुझे मान है तेरी कृपा का मुझे मान है तेरी कृपा का मेरा मान घुमान तोड़ियों ना मेरा तेरे सिवा कोई और नहीं दादा मेरे से मुख मोड़ियो ना तुम भक्ति ज्ञान सिखाते हो और काग से हंस बनाते हो मैं हंस हूँ तेरे सरोवर का दादा मोती मुझसे छीनियो ना मुझे मान है... तुम सब की नाव चलाते हो और बल्ली आप लगाते हो मेरी नैया है मजधार पड़ी दादा बेड़ा पार लगा देना मुझे मान है... जो द्वारे आपके आता है वो मंगिये मुरदे पाता है मैं भी आयी दर पर तेरे दादा खली हाथ मोड़ियो ना मुझे मान है... दादा नाम की रटना लगाई है मूरत तेरी मन में बसाई है मेरा ध्यान रहे आपके चरणों में दादा आशीर्वाद ये दे देना मुझे मान है...