कर सेवा गुरु चरणन की कर सेवा गुरु चरणन की, युक्ति यही है भव तरनन की दादाजी की महिमा है भारी, देख हरे विपदा सारी विपदा हरे ये तन मन की, युक्ति यही है भव तरनन की करा सेवा... दादाजी दयालु होते हैं, मन की मैल वो धोते हैं क्लेश कटे सब कर्मण की, युक्ति यही है भव तरनन की कर सेवा... भेद भरम सब मिटा दिया, घट में दर्शन करा दिया ऐसी लीला दर्शन की, युक्ति यही है भव तरनन की कर सेवा...