जोगी थारो संगड़ो नहिं छोडु मोरा लाल,
जोयो ना घट मांही रे वैरागी रे।
बस्ती में जाना अवधु मांग के लाना
टुकड़े से टुकड़ा मिलाना मोरा लाल।
जोयो ना घट....
अचला भी धोया अवधु कचला भी धोया
जब लग मनवा नहीं धोया मोरा लाल।
जोयो ना घट...
अचला भी रंगिया अवधु कचला भी रंगिया
जब लग मनवा नही रंगिया मोरा लाल।
जोया ना घट ....
मछन्दर रा चेला अवधु गोरख बोले
बोले छे इमरत वाणी मोरा लाल।
जोयो ना घट....