दर पे आपके आ गए हम गुरूजी ने सुन ली पुकार, दर पे आपके आ गए हम आँखों में झूमे आपका प्यार, दर पे आपके आ गए हम दुनिया के दुखों से मन घबराये, मन घबराये सब दर छोड़ शरण आपकी आये, शरण आपकी आये छोड़ेंगे नहीं हम आपका द्वार दर पे... जीवन की नैया भंवर में न डोले भंवर में न डोले पानी है गहरा न खाए हिचकोले, न खाए हिचकोले मेरी नैया के बनो खेवनहार दर पे... बच्चों से सारा ज़माना खफा है, ज़माना खफा है हम पर गुरूजी सिर्फ आपकी दया है, सिर्फ आपकी दया है छोड़ेंगे नहीं आपका हम द्वार दर पे...