डंडा धारीजी दयालु मेरे डंडा धारीजी दयालु मेरे हम पर इतनी दया करो मन रहे आपके चरणों में आप मन में रहा करो इस झूठी दुनिया में कोई भी नहीं अपना एक आप ही हो अपने अपने ही रहा करो मन रहे आप चरणों में आप मन में रहा करो डंडा धारीजी दयालु मेरे जो जग के सताए है उनके आप सहारे हो दुखियों का ठिकाना यहाँ दादा आपके द्वारे हो हम भी दर पर आये हम पर भी दया करो मन रहे आपके चरणों में आप मन में रहा करो डंडा धारीजी दयालु मेरे जब गज ने पुकारा था दौड़े हुए आये थे द्रौपती की साड़ी में दादा आप समाये थे दासी के ह्रदय में दादा आप ही रहा करो मन रहे आपके चरणों में आप मन में रहा करो डंडा धारीजी दयालु मेरे मेरे